भोपाल 13 दिसंबर: महिला और बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस ने बुधवार को महिलाओं को बंदूक लाइसेंसों में तेजी लाने के लिए गृह मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजा है।
यह प्रस्ताव मामलों के त्वरित निपटारे की मांग करता है जिसमें बलात्कार और यौन उत्पीड़न पीड़ितों सहित महिलाओं ने बंदूक लाइसेंसों की मांग की है।
चिटनीस ने कहा, “मेरी सिफारिश यह है कि अगर एक महिला को हथियार लाइसेंस की आवश्यकता है, तो उसे बिना किसी देरी के ले जाना चाहिए। इससे उनका मनोबल बढ़ेगा और वे आत्मविश्वास महसूस करेंगे।”
उन्होंने कहा, “हम हर बलात्कार पीड़ित या अन्य तरह के उत्पीड़न के शिकार लोगों को लाइसेंस नहीं देंगे, लेकिन केवल उन लोगों के लिए आवेदन करेंगे, जो सभी शर्तों को पूरा करते हैं।”
चिटनीस ने आगे कहा कि बंदूक लाइसेंस के साथ महिलाओं को सशक्त करने का प्रस्ताव बिल से प्रेरित था
महिला एवं बाल विकास मंत्री का वक्तव्य राज्य सरकार के कुछ दिनों बाद हुआ है, जिन्होंने हाल ही में 12 या उससे कम उम्र के लड़कियों के साथ बलात्कार और सामूहिक दुष्कर्म के आरोपियों को मौत की सजा देने का विधेयक पारित किया है।
