लखनउ 4 जनवरीः बीते रोज जानकीपुरम मे पकड़े गये सेक्स रैकेट मे बरामद लड़कियो के खुलासे ने पुलिस को सकते मे डाल दिया। पीड़ित लड़कियो ने जो कहानी सुनायी, उसे सुनकर सभी की रूह कांप गयी।
नौकरी के झांसे सहित अन्य लालच देकर लड़कियो को अपने जाल मे फंसाने वाले गिरोह से छूटी लड़की ने पुलिस को बताया।
पीडि़ता ने अपनी आपबीती में बताया कि एक दिन गलती से उसके नंबर से एक नंबर पर मिस्ड कॉल चला गया। उसके बाद उस नंबर से जब कॉलबैक आया तो उधर से कोई लड़की बोल रही थी। उसने पूछा कि क्या करती हो? मैंने जवाब में बताया कि मुझे नौकरी चाहिए। उधर से कहा गया कि ‘अगर तुम लखनऊ आ सको तो मैं तुम्हें एक हॉस्टल में नौकरी दिलवा सकती हूं।’
पीडि़ता ने बताया कि लखनऊ आने के बाद उसे सुमन और सोनी नाम की दो महिलाएं मिली। वो उसे तेलीबाग स्थित अपने घर ले गईं और फिर दो दिनों तक उसे अच्छा खाना खिलाया। उसके बाद दोनों के पति उसे एक रात कार में बैठाकर ले गए और एक घर में छोड़ दिया। वहां एक आदमी आया और वो उसके साथ गंदा काम करने लगा। मना करने पर उसने कहा कि उसने 6 हजार में उसे बुक किया है।
युवती ने पुलिस को बताया कि रैकेट के संचालक उसे घर में बंद रखते थे और कहते थे कि तुम तो मेरे लिए बोनस हो जो इस सर्दी में मेरा बैंक बैलेंस भरने आई हो। उसने पुलिस को बताया कि कुछ दिनों पहले चारबाग रेलवे स्टेशन के पास उसकी मुलाकात सुमन व सोनी से हुई थी। दोनों ने उसे ढांढस बंधाया और अच्छी नौकरी का झांसा देकर अपने घर ले गई। वहां उसके आपत्तिजनक फोटो खींचे और ग्राहक बुलाकर दरिंदगी कराई। इसके बाद युवती के कमरे में ग्राहकों के भेजने का सिलसिला शुरू हुआ।