नई दिल्ली 16 जनवरीः वैश्विक बाजार मे कच्चे तेल की कीमत मे आये उछाल के बाद संभावना व्यक्त की जा रही है कि पेटोल के दाम सौ रूपये लिटर तक पहुंच सकते है। ऐसा होता है, तो क्या 2019 के आम चुनाव मे मोदी कहीं टिक पाएंगे?
मंगलवार को क्रूड आयल 70 डालर प्रति बैरल के पार निकल गया। इससे पहले क्रूड आयल 100 डालर प्रतिलिटर पर पहुंच गया था। इससे कयास लगने लगे है कि यदि 100 डालर के दाम होते है, तो क्या पेटोल भी 100 रूपये प्रति लिटर हो जाएगा। ऐसा हुआ, तो देश मे राजनैतिक भूचाल आने की पूरी संभावना है।
ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल के लिए साल 2012 से 2017 तक का सफर देश की राजनीति के लिए गेमचेंजर साबित हो चुका है. पिछली कांग्रेस सरकार की चुनौतियों को ग्लोबल क्रूड ऑयल की कीमतों ने इतना बढ़ा दिया कि 2014 में महंगाई के मुद्दे पर सरकार को चुनाव में हार का सामना करना पड़ा.
वहीं 2014 में चुनाव के नतीजों आते ही केन्द्र में बनी नई बीजेपी सरकार के लिए ग्लोबल क्रूड ऑयल की कीमतें वरदान साबित हुई. इस दौरान हुए उतार-चढ़ाव के बीच जहां ग्लोबल मार्केट में क्रूड ऑयल की कीमत 125 डॉलर प्रति बैरल से लेकर 30 डॉलर प्रति बैरल तक लुढ़की, वहीं देश में पेट्रोल की कीमत 76 रुपये से 56 रुपये प्रति लीटर तक गई. अब एक बार फिर ग्लोबल मार्केट में क्रूड की कीमतों में सुधार होना शुरू हो चुका है.