• साधु की आंख पापियों पर नही होती: निर्यापक श्रमण सुधासागर
• गुरुओं की दृष्टि पापियों पर नही पड़ती: मुनि पुंगव सुधासागर
• मरण निश्चित है,स्थान और दिन चुनो: सुधासागर महाराज
• भगवान के शरण और गुरु के चरण में अंतिम सांस लो: मुनि श्रेष्ठ सुधासागर
• शुभ कार्य करते अगर मरण हो तो वह श्रेष्ठ हैं: मुनि श्री सुधासागर
झांसी: नगर के मेडिकल क्षेत्र स्थित श्री दिगम्बर जैन अतिशय क्षेत्र सांवलिया पार्श्वनाथ करगुंवाजी में जगतपूज्य निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव श्री सुधासागर जी महामुनिराज ने धर्मसभा को उपदेश देते हुए कहा कि जिस प्रकार तीर्थंकर भगवान पुण्यात्मा के उद्धार के लिए जन्म लेते हैं उसी प्रकार साधु एवं गुरुओं की दृष्टि पापियों पर नही पड़ती हैं।पुण्य के उदय में ही साधु समागम प्राप्त होता हैं। उन्होंने आगे कहा खुशी खुशी शरीर को छोडूं यह भावना होनी चाहिए।मरना निश्चित है स्थान और दिन निश्चित करो।जैसे शुभ कार्य करते समय किसी की मृत्यु हो जाती है तो आप शुभ काम बंद कर देते है ठीक उसी तरह अशुभ कार्य करते समय अगर किसी की मृत्यु हो जाए तो उन सभी अशुभ कार्यों का त्याग कर दीजिए। ऐसी भावना भाओ अगर किसी का मरण हो तो भगवान के क्षेत्र गुरु के प्रवचन सुनकर हो क्योंकि श्रोताओं के पुण्य से होता है गुरु का प्रवचन होता हैं। आप अगर अच्छे दिनो की तैयारी करते हैं तो बुरे दिनों के समय भी तैयार रहना सीखिए।
इस अवसर पर वरिष्ठ व्यापारी नेता शैलेन्द्र जैन, समाज के संरक्षक अजित कुमार जैन,सीए सुमतचंद जैन,बरुआसागार जैन समाज के अध्यक्ष संदीप सिंघई,उत्तरांचल तीर्थक्षेत्र कमेटी के महामंत्री प्रवीण जैन,पंचायत कनिष्ठ उपाध्यक्ष वरुण जैन,ऑडिटर राजकुमार भण्डारी,करगुंवा तीर्थ मंत्री संजय सिंघई,प्यावलजी तीर्थ मंत्री खुशाल जैन,पंचायत सदस्य रविन्द्र जैन रेल्वे,अशोक जैन रतनसेल्स,पंचायत मनोनीत सदस्य सौरभ जैन सर्वज्ञ,सचिन सर्राफ,सुयोग भण्डारी,संजय जैन कर्नल,प्रमोद वैरायटी,दिनेश डीके,पूर्व सभासद राजेश जैन,विनोद वैरागी बबीना,विवेक नायक,विशाल जैन गुदरी,प्रभात जैन,एड.अनूप जैन,अमीष बड़जात्या,आलोक जैन,अमित प्रधान,निशांत जैन डेयरी,सजल जैन चैनू,आशीष माची,महिला जैन समाज अध्यक्षा श्रीमती शीला सिंघई,सरोज जैन,कल्पना जैन,मनीषा सिंघई,अर्चना जैन,रश्मि जैन सुपाड़ी,सीमा जैन,सरिता जैन,सारिका जैन,मीना जैन,नेहा जैन,पिंकी जैन,सोनल जैन,रश्मि गोल्डी जैन,डॉ निकिता जैन, अंजली जैन सहित अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहें। उपस्थित जनसमूह का स्वागत सत्कार अशोक जैन रतनसेल्स,अनुपम जैन,अभिजीत जैन,श्रीमति आशा जैन,अलका जैन,सोनिया जैन ने किया। इस अवसर पर पंचायत मनोनीत सदस्य गौरव जैन नीम ने बताया कि मुनिश्री सुधासागर जी महाराज को नवधाभक्ति पूर्वक आहार देने का सौभाग्य श्रीमति कल्पना जैन-शान्त कुमार जैन,श्रीमति रश्मि जैन-सनी जैन (चैनू ज्ञान मन्दिर) को प्राप्त हुआ। धर्मसभा का संचालन ब्रह्मचारी अनुराग भैयाजी एवं आभार व्यक्त करगुंवा मंत्री संजय सिंघई ने किया। वहीं सौरभ जैन सर्वज्ञ ने बताया कि दया भावना फाउंडेशन के प्रणेता पूज्य गुरुदेव मुनिश्री अविचलसागर महाराज ने युवाओं को सेवा का मार्गदर्शन देते हुए आर्शीवाद प्रदान किया। इस अवसर पर सचिन सर्राफ,अनिल जैन,शुभम जैरी,अमन मोदी,शुभम कैंटीन,दिव्यांश जैन,अविनाश मड़वैया,आशीष सोनू आदि उपस्थित रहें।