झांसी । बुंदेलखंड निर्माण मोर्चा के अध्यक्ष भानू सहाय के नेतृत्व में प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन निवाड़ी जिला अधिकारी के माध्यम से भेंट किया गया। ज्ञापन में कहा गया कि *बुन्देलखंड क्षेत्र के ओरछा में रामराजा सरकार मन्दिर पर आयकर विभाग ने अपनी हठधर्मिता दिखाते हुए, दिनांक 23 अप्रैल 2023 को आयकर का हिसाब किताब लेने के लिए, आयकर विभाग द्वारा लीगल नोटिस भेज कर 1करोड़ 22 लाख 55 हजार 572 रुपए का हिसाब मांगकर, 46 लाख रूपए की टैक्स वसूली का रिकवरी नोटिस आयकर विभाग द्वारा, अभी तक वापस नहीं लिए जाने से, रामराजा सरकार ओरछा को राजा मानने बाली सम्पूर्ण बुन्देली जनता में भारी आक्रोश व्याप्त है*।
*जय श्री राम, जय श्री राम एवं सनातनी, सनातनी कहने वाले लोग अब चुप क्यों है।
*रामराजा सरकार को दिया गये, आयकर विभाग के नोटिस को तुरंत वापस लिया जाये, तथा बुन्देली जनता के आराध्य भगवान रामराजा सरकार के सम्मान से खिलवाड़ करने का दुस्साहस करने वाले, सम्बंधित अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये।*
दूसरी ओर ओरछा तहसील के अंतर्गत आने वाले प्रतापपुरा औद्योगिक क्षेत्र में राजनैतिक और प्रशासनिक मिली भगत से अवैध खनन का कार्य किया जा रहा है। 400 फीट गहरा गड्ढा करने का यह खनन कोई एक दो माह में नहीं हो गया होगा। अर्थात इतनी लम्बी अवधि से किये जा रहे अवैध खनन को सांसद, विधायक, जिला अधिकारी, खनन अधिकारी, एस. डी. एम, तहसीलदार, कानूनगो, पटवारी एवं सम्बंधित पुलिस थाना/ चौकी की मिली भगत के विना किया जाना संभव ही नहीं है।
जिला अधिकारी निवाड़ी ने जाँच कमेटी गठित कर जाँच कार्यवाही तो प्रारम्भ की है, पर यह जाँच ठीक प्रकार से हो पायेगी इस पर सन्देह है, क्योंकि जाँच उन्ही अधिकारियो से करवाई जा रही जो स्वयं प्रथम दृष्टया अवैध खनन में लिप्त दिखाई दे रहे है।
ज्ञापन में कहा गया कि निवाड़ी जनपद एवं खासतौर से प्रतापपुरा क्षेत्र में खुलेआम, दुस्साहस पूर्वक किए जा रहे अवैध खनन की जाँच उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर समयबद्ध एवं विस्तृत करवाईं जानी चाहिए।
सम्बंधित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियो के विरुद्ध यदि समय बद्ध व विस्तृत जाँच नहीं कराई गई तो मोर्चा उच्च न्यायालय जाने को वाध्य होगा।
निवाड़ी में धरने पर बैठे पटवारियों की वेतन सम्बन्धी तीनो मांगो का समर्थन मोर्चा की और से किया गया ।
ज्ञापन देने वालो में अधिवक्ता अशोक सक्सेना, रघुराज शर्मा, कुंवर बहादुर आदिम, संतोष द्विवेदी बंटी, प्रदीप झा, यादव फ़ौजी भाई आदि उपस्तिथ रहे।