नई दिल्ली 3 अप्रैलः एससीएसटी ऐक्ट को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन की आंच मे उप्र व मप्र झुलस रहा है। सोमवार को बुलाये गये बंद का असर मंगलवार को भी देखने मिला। उप्र व मप्र के कई शहरो हालात तनाव भरे हैं। हसक प्रदर्शन मे कई जगह आगजनी की घटनाएं हुयी।
भिंड, ग्वालियर आदि शहरो मे प्रदर्शन जारी हैं। उप्र के कई इलाके मे पुलिस सख्त नजर आ रही है। सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है।
भारत बंद का असर आज मंगलवार को भी दिख रहा है. हालांकि, जिन लोगों का नाम हिंसा फैलाने में सबसे आगे रहा उनकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है.
मध्य प्रदेश में क्या है असर?
मध्य प्रदेश के भिंड में दो पुलिसवालों समेत 6 के खिलाफ मर्डर का केस दर्ज किया गया है. वहीं करीब 31 लोगों के खिलाफ हिंसा फैलाने का केस दर्ज किया गया है. इसके अलावा पुलिस ने 1000 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. अभी भी भिंड, ग्वालियर और मुरैना के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है. मध्य प्रदेश के भिंड, ग्वालियर, मुरैना, सागर और बालाघाट जिलों में इंटरनेट को अभी भी बंद रखा गया है. भिंड में कर्फ्यू के दौरान ही दो गुटों में पत्थरबाजी की घटना हुई है.
उत्तर प्रदेश के मेरठ और गाजियाबाद के स्कूलों को बंद रखा गया है. साथ ही में मेरठ में दोपहर 2 बजे तक इंटरनेट सेवा बंद रखी गई है. सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है. इलाहाबाद पुलिस ने सोमवार को हुए प्रदर्शन में 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. मेरठ में आज फ्लैग मार्च किया जा रहा है. शहर के कचहरी क्षेत्र से IG, SSP और डीएम की अगुवाई में मार्च निकाला जा रहा है.
मेरठ IG के अनुसार, मेरठ हिंसा में 9 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. इसके अलावा 160 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि मेरठ में हिंसा के दौरान एक की मौत हुई है, जिसकी जांच की जा रही है.
मुजफ्फरनगर में भी बुरी हालात
मुजफ्फरनगर के एसएसपी ने बयान दिया है कि 2 अप्रैल को हुई हिंसा में 134 लोगों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने बताया कि अभी भी शहर में 5 PAC, 1 RAF की टीम को बुलाया गया है.