लखनउ 10 अप्रैलः यूपी के बदायूं मे अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने के बाद दूसरी मूर्ति लगाने के दौरान बदले गये रंग को लेकर हुये विवाद मे एक बात सामने आयी है कि भगवा रंग के अंबेडकर की मूर्ति बसपा नेता को पसंद थी। बाद मे भगवा रंग को नीला कर दिया गया।
बदायूं में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने के बाद नई मूर्ति जब भगवा रंग में लगी नजर आई तो बवाल मच गया. एक बार फिर योगी सरकार कटघरे में आई क्योंकि इस बार बदली गई मूर्ति का रंग भगवा था. इससे पहले कि मामला साफ होता बवाल बढ़ चुका था, लेकिन सच्चाई सामने आई तो पता लगा कि मूर्ति तोड़े जाने के बाद प्रशासन ने बीएसपी के स्थानीय नेताओं से मदद ली थी और बीएसपी के जिलाध्यक्ष ने नई मूर्ति के रूप में भगवा रंग में रंगी मूर्ति को पसंद किया था, जिसे आगरा से मंगवा कर लगवाया गया था और इसमें स्थानीय लोगों की सहमति भी थी.
भगवा रंग के पीछे BSP नेता
प्रशासन कटघरे में आया तो सफाई देने के लिए बीएसपी की जिला इकाई सामने आ गई. बीएसपी के जिलाध्यक्ष ने पहले चिट्ठी जारी कर कहा कि यह मूर्ति उनकी सहमति से लगाई गई है और फिर तुरंत वो दल-बल के साथ मूर्ति को रंगने चल पड़े.