– महत्वपूर्ण संस्मरणों को सांझा करते हुए सरकारों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं पर भी हुई चर्चा
हॉकी के जादूगर पदम भुषण दद्दा ध्यानचन्द जी के सुपुत्र अर्जुन अवॉर्डी ओलंपियन अशोक ध्यानचंद जी से चाय पर चर्चा हुई।
अपने खेल के समय पर महत्पूर्ण विचारों को सांझा करते हुए उन्होंने अपने समय के दुर्लभ व खेल को बढ़ावा देने की दृष्टि से अति चिंतनीय विषयों पर प्रकाश डाला।
विश्व में खेलों में भारत के स्थान व उसमें विकास पर भी विस्तृत चर्चा करते हुए उन्होंने मूलभूत सरकारी सुविधाओं के अभाव पर भी बात की।
भारतवासी खेल प्रेमियों के अगाध स्नेह के संस्मरण सांझा करते हुए उन्होंने कई एक किस्से भी सुनाए। दद्दा ध्यानचन्द की विशाल मूर्तियों के लिए देश में अति विशिष्ट स्थानों के मिलने पर उन्होंने सरकार का धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर पूर्व राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी इंजी. पी एन गुप्ता , अशोक सेन पाली , मानव विकास कन्वीनर अशोक अग्रवाल काका , डॉ डी एस गुप्ता , डॉ रविकांत कुलश्रेष्ठ , सेवा निवृत रेलवे इंजी. पुरूषोत्तम गुप्ता व सरदार ओपिंदर सिंह उपस्थित रहे।