झांसीः सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ के साथ रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और केन्द्रीय मंत्री उमा भारती की जुगलबंदी आज बुन्देलखण्ड के लिये किसी सपने से कम नहीं थी। सपना देख रही जनता को जब योगी ने आवाज देकर उठाया तो लगा कि विकास की गंगा सीधे जमीन पर उतर आयी हो। तीनांे ने मिलकर बुन्देलखण्ड को डिफेन्स कारीडोर की जो सौगात दी, उससे आने वाले सालांे में धरती की काया पलट सकती है।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने यहां बनने वाले डिफेंस कॉरीडोर को देश के लिए समर्पित करते हुए कहा कि जो हथियार हमें विदेशों से लेने पड़ते थे, वे अब यहां बनेंगे। इससे देश का पैसा देश में ही रहेगा। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डिफेंस कारीडोर व फूड प्रोसेसिंग प्लांट को बुंदेलखंड के लिए एक विशेष सौगात बताया। उन्होंने कहा कि इनके लगने से बुंदेलखंड में विकास होगा और बेरोजगारों के पलायन पर पूरी तरह रोक लगेगी। सभी नेता झांसी के क्राफ्ट बाजार मैदान में जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
लगभग एक करोड़ की परियोजनाओं का हुआ लोकापर्ण व शिलान्यास
केंद्र सरकार की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री उमा भारती और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज झाँसी आकर एक स्थानीय होटल में अधिकारियों के साथ बैठक की और डिफेंस कॉरीडोर के संबंध में आवश्यक जानकारी लेते हुए दिशा-निर्देश दिए। इसके बाद सभी नेता क्राफ्ट बाजार मेला ग्राउण्ड पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने स्कूली बच्चों को ड्रेस, बस्ता, जूते मोजे आदि का वितरण किया। साथ ही प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इसके अलावा इन अतिथियों ने झांसी जनपद के लिए 1126 करोड़ की परियोजनाओं का लोकापर्ण किया। इसके अलावा 8205 करोड़ रुपए की 33 परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया।
एक लाख पैंतीस हजार बेरोजगारों को जल्द मिलेगा रोजगार: योगी आदित्यनाथ
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब मैं झांसी और बुंदेलखंड की बात करता हूं तो लगता है कि इस क्षेत्र में यदि पिछली सरकारों ने ध्यान दिया होता तो यहां के लोगों को आज पलायन के लिए मजबूर नहीं होना पड़ता। ये केवल बुंदेलखंड की बात नहीं। 2014 से पहले की सरकारों के एजेंडों में विकास, महिलाएं और किसान नहीं थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने देश के विकास और सुशासन का नजरिया बदला। उसका ही परिणाम है कि आज देश के किसान शासन और सत्ता के हिस्सा बने हैं। उन्होंने कहा कि आज पीएम के कारण ही गरीबों के एकाउंट खुले। महिलाओं के लिए उज्जवला योजना शुरू हुई। नौजवनों के लिए मुद्रा योजना आई। पीएम ने उप्र के अंदर व्यापक निवेश की संभावनाओं को टटोला। इसके चलते ही रोजगार की संभवनाओं को क्रियान्वित करने के लिए पहली बार उप्र में सत्तर हजार करोड़ रुपए के प्रस्ताव को शुरू करने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही एक लाख पैंतीस हजार नौजवानों को रोजगार मिलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि विकास नौकरी और रोजगार नौजवानों का हक है। हम लोग उप्र के अंदर गरीबी को दूर करके विकास के रास्ते बनाएंगे। उप्र सरकार ने विकास के लिए बुंदेलखंड और पूर्वांचल को विशेष रूप से शामिल किया। इन दोनों जगहों को रोजगार परक बनाएंगे। यहां के नौजवानों के रोजगार और नौकरी के लिए काम करेंगे।