अल्लाह की इबादत – पवित्रता, विनम्रता और सत्यता का सबक़ देती है-मौलाना फराज़ वास्ती!
हज़रत इमाम हुसैन और उनके बहत्तर साथियों द्वारा, इंसानी क़द्रोक़ीमत की हिफाज़त के लिये दी गई अज़ीम क़ुरबानी के याद में मनाये जाने वाले “चेहल्लुम” की दूसरी मजलिस में इमाम हुसैन की “दोस्ती, भाईचारा और आपसी विश्वास” को याद किया गया। मजलिस “इमाम बारगाह नूर मंज़िल” दरीगरान झांसी में आयोजित की गई, जिसमें हजारों श्रृध्दालुओं…