नई दिल्ली 27 जुलाई। PNB घोटाले का असली मास्टरमाइंड मेहुल चौकसी था । यह आरोप प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में लगाए हैं । मेहुल ने इन दिनों में एंटीगुआ की नागरिकता ले ली है । चार्ज सीट में कहा गया कि आयात निर्यात की आड़ में मेहुल ने रकम की हेराफेरी की।
बताया जाता है कि रकम को इधर-उधर करने के लिए जिन कंपनियों का प्रयोग किया गया उसके पार्टनर डमी थे और सारे फैसले चौकसी ही लिया करता था।
फिलहाल सीबीआई ने एंटीगुआ की सरकार से चौकसी के बारे में जानकारी मांगी है । वकील के जरिए चौकसी ने बताया कि व्यापार के सिलसिले में उसने नागरिकता के लिए आवेदन किया था।
चौकसी ने कहा कि जनवरी 2018 में इलाज के लिए अमेरिका गया था । इसके बाद स्वास्थ्य लाभ की जरूरत पड़ने पर एंटीगुआ में बसने का निर्णय लिया।
आपको बता दें कि बैंकिंग इंडस्ट्रीज के इस सबसे बड़े घोटाले के खुलासे के बाद सीबीआई ने मेहुल चौकसी और उसके भांजे नीरव मोदी के खिलाफ कार्यवाही शुरु की थी। दोनों के खिलाफ रेट केकॉर्नर नोटिस और अपील पेंडिंग है।
सीबीआई चौकसी के खिलाफ दो मामलों में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। मुम्बई कोर्ट द्वारा उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए हैं।