लखनऊ 9 अक्टूबर योगी सरकार ने अखिलेश यादव भर्ती की गई उर्दू शिक्षकों की भर्ती को रद्द कर दिया है इसके पीछे यह कारण बताया गया है कि उर्दू शिक्षकों की संख्या पहले से ही है दिखाएं इसलिए यह भर्ती रद्द की गई है।
आपको बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में 15 दिसंबर 2016 को प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 4000 शिक्षकों की भर्ती करने की प्रशासनिक मंजूरी दी गई थी। इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में सहायक शिक्षकों के रिक्त पदों पर 4000 शिक्षकों की भर्ती की गई थी।
पुलिस में सरकार बदलने के बाद भर्ती की प्रक्रिया को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था आप सरकार ने आंतरिक जांच की बात उर्दू भाषा के शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया को खत्म करने का निर्णय लिया है यानी 16460 पद अब हम स्कूलों के शिक्षकों से भरे जाएंगे।
शिक्षा निदेशक द्वारा उपलब्ध सूचना के मुताबिक बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक स्कूलों में तय मानक से अधिक संख्या में उर्दू शिक्षक कार्यरत हैं. इसलिए अब और उर्दू शिक्षकों की जरूरत नहीं है.