नई दिल्ली 20 दिसंबर लोक जनशक्ति पार्टी की नाराजगी थमती नजर नहीं आ रही है । लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर उठा विवाद किसी तूफान का संकेत दे रहा है।
पार्टी के नेता रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखकर नोट बंदी के फायदे की जानकारी मांगी है । कहा जा रहा है कि केंद्र सरकार की अहम सहयोगी होने के नाते उनकी छुट्टी की कई मायने निकाले जा रहे हैं ।
आपको बता दें कि चिराग पासवान पार्टी संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं हालांकि चिराग पासवान ने पत्र लिखने के पीछे यह तर्क दिया है उन्होंने क्षेत्र की जनता को इस बारे में जानकारी देना है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है चिराग पासवान दवा बनाने के लिए नए हथकंडे अपना रहे हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के तेवर अभी ढीले नहीं हो रहे हैं । इससे बीजेपी के सामने मुश्किलें और बढ़ती जा रही हैं । आपको बता दें कि बीते दिनों ही चिराग पासवान ने एक ट्वीट करके लोकसभा चुनाव से पहले सीट बंटवारे में पार्टी की अनदेखी का जिक्र किया था ।
इधर एनडीए के सहयोगी रहे इन कुशवाहा में आज महागठबंधन का दामन थाम लिया इसके बाद से बीजेपी के सामने मुश्किल यह हो गई है कि यदि कुशवाहा के साथ पासवान भी एनडीए का साथ छोड़ गए तो लोकसभा चुनाव से पहले मुश्किल खड़ी हो सकती है। बरहाल चिराग पासवान के खत लिखे जाने के बाद से अब यह सवाल उठता है कि क्या अमित शाह और नरेंद्र मोदी चुनाव से पहले उठ रहे इस तूफान को रुक सकते हैं।