नई दिल्ली 1 मार्च । अबू धाबी में ओआईसी की बैठक में पहुंची विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आतंकवाद लोगों की जिंदगियां बर्बाद कर रहा है । आतंकवाद क्षेत्र में अशांति फैलाता है । वह तेजी से बढ़ रहा है । इससे होने वाली मौतों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है ।
उन्होंने कहा कि हमें उन देशों को यह बात जरूर बताना चाहिए जो आतंकवाद को पनाह दे रहे हैं और उन्हें बढ़ावा देने का काम करते हैं। सुषमा स्वराज ने कहा कि हमने आतंकवाद का सबसे भयानक रूप देखा है ।आतंकवाद और चरमपंथ दोनों ही देश के लिए खतरा है।
विंग कमांडर अभिनंदन की रिहाई के बीच अबू धाबी में सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत विविधताओं से भरा देश है । भारत में हर धर्म और संस्कृति का पूरा सम्मान किया जाता है । उन्होंने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ लड़ाई नहीं है।
सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान का नाम लिए बिना कहा कि यदि हमने मानवता को बचाना है तो आतंक को पनाह देने वाले देशों को कहना पड़ेगा कि वह इसे शह देना पूरी तरह से बंद करें।
उन्होंने कहा कि ऐसे और राजू को उनकी सेवा में मौजूद आतंकी कैंपों को नष्ट करें और आतंकियों को फंडिंग और समर्थन देना भी बंद किया जाए।
आपको बता दें कि इस बैठक में भारत को बुलाने पर पाकिस्तान ने ओआईसी का बहिष्कार किया है । पाकिस्तान का कहना था कि इस बैठक में भारत को बाहर किया जाए ।
बैठक की अध्यक्षता कर रहे अबू धाबी में पाकिस्तान की इस मांग को मानने से इनकार कर दिया । यही कारण रहा कि बैठक में पाकिस्तान की सीट खाली रही।