नई दिल्ली 7 जून । केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को बीते रोज सरकार की जिन आठ कमेटियों में से दो कमेटी में जगह मिली थी। वह 7 जून की सुबह आते आते बढ़कर 6 पर पहुंच गई। इसके पीछे एक कारण यह बताया जा रहा है कि बीजेपी ने राजनाथ सिंह का कद घटने की सोशल मीडिया पर हलचल होने के बाद यह कदम उठाया है।
असल में नीतिगत फैसलों के लिए कैबिनेट कमेटियों का गठन किया जाता है । इसमें कौन मंत्री कितने कैबिनेट समितियों में शामिल होता है इससे उसके सरकार में कद का अंदाजा लगता है । 8 में से सिर्फ दो कमेटियों के मेंबर होने के बाद राजनाथ सिंह के कद को लेकर सवाल उठने लगे थे।
सोशल मीडिया से लेकर मेनस्ट्रीम मीडिया मे शुक्रवार को कैबिनेट कमेटियों का गठन सुर्खियों में रहा. राजनाथ सिंह के बाहर होने पर काफी प्रतिक्रिया हुई. सिर्फ दो कमेटियों में नाम दर्ज होने से राजनाथ सिंह के समर्थकों के नाराज होने की भी बातें कही जाने लगीं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्री की जगह रक्षा मंत्री का पद मिलने को लेकर पहले से समर्थकों में हल्की-फुल्की नाराजगी थी.
मगर बाद में कैबिनेट कमेटियों में भी भूमिका सीमित किये जाने से सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं. इन प्रतिक्रियाओं की गंभीरता को भांपने में बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने देरी नहीं की. कहा यह भी जाता है कि बीजेपी और संघ के बीच समन्वय का काम करने वाली भैय्याजी जोशी की कमेटी ने भी इस पर नजर रखी.