नई दिल्ली 16 दिसम्बरः 130 साल पुरानी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रूप मे कमान संभालने वाले राहुल गांधी का जीवन संघर्ष से भरा है। अपनी शिक्षा से लेकर सुरक्षा के मामलो मे उन्हे बहुत परेशानियो का सामना करना पड़ा। पढ़ाई के दौरान राहुल ने विदेश मे नौकरी भी की, लेकिन नाम बदलकर।
बता दें कि ग्रेजुएशन के बाद राहुल ने 3 साल तक लंदन के मॉनिटर ग्रुप के लिए भी काम किया. यह कंपनी मैनेजमेंट गुरु माइकल पोर्टर की ही सलाहकार संस्था थी. वहीं इस दौरान भी सुरक्षा कारणों से उनकी पहचान किसी को मालूम नहीं थी और वो Raul Vinci के नाम से काम करते थे.
राहुल गांधी का जन्म 19 जून 1970 को नई दिल्ली में हुआ था. वे नेहरू-गांधी परिवार के चौथी पीढ़ी है.
उनकी एजुकेशन की बात की जाए तो उन्होंने शुरुआती पढ़ाई दिल्ली के मॉडर्न स्कूल से की है.
इसके बाद राहुल गांधी पढ़ने के लिए देहरादून के ‘Doon School’ चले गए. बता दें कि राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी ने भी इसी स्कूल से पढ़ाई की थी.
साल 1984 में इंदिरा गांधी की हत्या के बाद सुरक्षा कारणों से उन्हें अपनी पढ़ाई घर से ही करनी पड़ी.
साल 1989 में राहुल गांधी ने दिल्ली के saint stephen college में एडमिशन लिया, लेकिन यहां भी सुरक्षा कारणों से उन्हें यहां पढ़ाई छोड़नी पड़ी और आगे की पढ़ाई के लिए वे अमेरिका चले गए.
राहुल गांधी ने साल 1990 में Harvard University में एडमिशन लिया, लेकिन उसके एक साल बाद 1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद सिक्योरिटी के कारण उन्हें यहां भी पढ़ाई छोड़नी पड़ी.
हार्वर्ड से पढ़ाई छोड़ने के बाद 1991 से 1994 तक रोलिंस कॉलेज में पढ़ाई की और आर्ट्स से ग्रेजुएशन पूरा किया. साल 1995 में University of Cambridge के Trinity College से एमफिल की डिग्री हासिल की.