झांसी 20 सितम्बरः नवरात्र का पर्व 21 सितम्बर यानि कल से शुरू होगा। इस बार मां दुर्गा नवरात्र पर डोली पर सवार हो कर आ रही है। इससे श्रद्वालु चिंतित है। परन्तु हस्त नक्षत्र मे पर्व होने के कारण मां सभी का भला करंेगी।
मार्केट संवाद आपको मां कीपूजा विधि के साथ हर दिन किस रूप मे देवी का पूजन करना है, इसकी भी जानकारी दे रहा है। नीचे दिये गये दिन, तिथि मे पूजन का समय भी दिया गया है।
वैसे तो इस बार मां दुर्गा डोली चढ़कर आ रही हैं, इसलिए लोग थोड़े चितिंत हैं लेकिन उन्हें परेशान होने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि इस बार नवरात्रि हस्त नक्षत्र में शुरू हो रही है। हस्त नक्षत्र में नवरात्रि विशेष शुभकारी मानी जाती है। इस दौरान पूजा करने से परिवार में सुख-समृद्धि बढ़ती है और साथ ही बीमारियां और कष्ट दूर होते हैं
नवरात्र में मां के 9 रूपों की पूजा होती है…
- 21 सितंबर 2017 : मां शैलपुत्री की पूजा
- 22 सितंबर 2017 : मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
- 23 सितंबर 2017 : मां चन्द्रघंटा की पूजा
- 24 सितंबर 2017 : मां कूष्मांडा की पूजा
- 25 सितंबर 2017 : मां स्कंदमाता की पूजा
- 26 सितंबर 2017 : मां कात्यायनी की पूजा
- 27 सितंबर 2017 : मां कालरात्रि की पूजा
- 28 सितंबर 2017 : मां महागौरी की पूजा
- 29 सितंबर 2017 : मां सिद्धदात्री की पूजा
- 30 सितंबर 2017: दशमी तिथि, दशहरा
नवरात्र का अर्थ होता है। ‘नौ रातों का समूह’। हर दिन दुर्गा मां के एक रूप की पूजा की जाती है। जैसे की इस साल 21 सिंतबर को मां शैलपुत्री की पूजा की जाएगी। 22 सिंतबर को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी।
23 सितंबर 2017 को मां ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाएगी। वहीं 24 सितंबर 2017 को मां कूष्मांडा की, 25 सितंबर 2017 को मां स्कंदमाता , 26 सितंबर 2017 को मां कात्यायनी की, 27 सितंबर 2017 को मां कालरात्रि की पूजा, 28 सितंबर 2017 को मां महागौरी की, 29 सितंबर 2017 को मां सिद्धदात्री की और 30 सितंबर 2017 को दशमी तिथि, दशहरा मनाया जाएगा।
मां के भक्तों 21 सितंबर को सुबह 06 बजकर 03 मिनट से लेकर 08 बजकर 22 मिनट तक का समय शुभ है। इस समय मां की पूजा कर सकते हैं।