-पलक चतुर्वेदी को मिस और महताब को मिस्टर फेयरवेल चुना गया
-बुविवि के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान में रंगारंग कार्यक्रम की धूम
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के जनसंचार एवं पत्रकारिता संस्थान के बीए प्रथम और द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों ने इंद्रधनुषी प्रस्तुतियों के साथ बीए तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों को विदाई दी। पलक चतुर्वेदी को मिस फेयरवेल और मोहम्मद महताब को मिस्टर फेयरवेल चुना गया। प्रतीक्षा गुप्ता को बेस्ट सीनियर और अमन मिश्र को बेस्ट पर्सनालिटी का पुरस्कार मिला। संस्थान में रंगारंग कार्यक्रम की धूम रही।
संस्थान के समन्वयक डा. कौशल त्रिपाठी की अध्यक्षता में आज आयोजित विदाई समारोह में विद्यार्थियों ने बारी बारी गीत, कविताओं और नृत्य की प्रस्तुतियां दीं। बीए तृतीय वर्ष के विद्यार्थियों ने बारी बारी मंच पर आकर कनिष्ठ विद्यार्थियों की मांग पर प्रस्तुतियां दीं। विद्यार्थियों अभीष्ठ माही, सैजल जैन, रोहित कुमार, राहुल पाल, रीतिका दुबे, मो. महताब, प्रतीक्षा गुप्ता, पलक चतुर्वेदी, मोनिका द्विवेदी, शालू कुमारी, अमन मिश्र, शिवा यादव, अभियन विश्वारी, अमित कुमार आदि ने विभिन्न प्रस्तुतियों से विद्यार्थियों की वाहवाही लूटी। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व प्रमुख डा. सीपी पैन्यूली ने विद्यार्थियों को मंगलमय और उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि गुरु की भूमिका कुंभकार जैसी ही होती है। वह विद्यार्थियों की कमियों को दूर कर उनके व्यक्तित्व को निखारने का प्रयास करता है। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए डा. कौशल त्रिपाठी ने विद्यार्थियों के लिए स्नातक और परास्नातक स्तर की पढ़ाई का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि जो भी विद्यार्थी परास्नातक स्तर पर जीतोड़ मेहनत कर अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है उसका आगे का जीवन बाधारहित और सुखमय हो जाता है।
उमेश शुक्ल ने कहा कि जीवन में लक्ष्य तय उसको हासिल करने के लिए गंभीरता से प्रयास करें। उद्यम से लक्ष्य हासिल हो सकते हैं। राघवेंद्र दीक्षित ने कहा कि अध्ययनकाल के दौरान विभिन्न रचनात्मक गतिविधियों में हिस्सा लेने के साथ ही साथ प्रत्येक विद्यार्थी को अपने लक्ष्य को ध्यान में रखना होगा तभी सफलता मिलेगी। अभिषेक कुमार ने कहा कि शिक्षक यदि कोई सख्ती भी बरतता है तो उसका मकसद विद्यार्थी के व्यक्तित्व को निखारना ही होता है।
कार्यक्रम का संचालन बीए द्वितीय की आस्था गुप्ता और बीए प्रथम वर्ष की सौम्या दिवौलिया ने किया। इस कार्यक्रम में संस्थान के शिक्षक सतीश साहनी, डा. उमेश कुमार, ललित कला संस्थान की समन्वयक डा. श्वेता पाण्डेय, डा. अजय कुमार गुप्ता समेत अनेक लोग उपस्थित रहे।