झाँसी। बिल्डर संजय वर्मा पर हुये कातिलाना हमले में पुलिस इस समय अंधेरे में है। दरअसल, चौराहे पर लगें सीसी कैमरे काम नही कर रहे थे, इसलिए कातिलों के चेहरे नजर नही आ रहे। अब पूरा दारोमदार सूत्रों पर जा टिका है।
आपको बात दे कि बीते रोज संजय वर्मा पर उस समय कातिलाना हमला हुआ जब वो कोर्ट से वापस आ रहे थे। दोनों हाथ मे असलहे लेकर फायरिंग करते हुए हमलावरों ने संजय के काफिले की नेस्तनाबूद करने की कोशिश की थी। इस हमले में एक कि मौत हो गयी औऱ संजय समेत तीन अन्य घायल हो गए। संजय का मेडिकल में इलाज चल रहा है।
पुलिस को इस मामले में जेल में बंद सरदार पर शक है,लेकिन सबूत नही होने से कुछ बोल नही पा रही। संजय के बेटे संचित ने नामजद रिपोर्ट करायी है।
इस समय सभी की निगाहें संजय पर हुए हमले पर है। सभी ये जानने को बेताब है कि हमला किसने और क्यों कराया? हमले की वजह क्या है? इन सारे सवालों का जबाब तलाश रही पुलिस दावा कर रही है मि उसके हाथ सुराग लगा है।
सवाल ये है कि स्मार्ट सिटी झाँसी के चौराहे बिना आँख के रहेंगे ? ऐसी घटनाओं को कैसे देखा जा सकेगा ?