झाँसी। क्या झांसी ललितपुर संसदीय सीट की राजनीति अनुराग शर्मा के इर्द-गिर्द ही घूमेगी? यह सवाल पार्टी के अंदर इस तेजी से उठ रहा है कि इसकी झलक सोशल मीडिया पर भी नजर आ रही है । अपनी बात को रखते हुए पार्टी से जुड़े लोग खुद ही इस बात के संकेत दे रहे हैं।
इन दोनों सोशल मीडिया पर भारतीय जनता पार्टी की जीत से ज्यादा इस बात को लेकर पोस्टर वायरल हो रहे हैं कि क्या अब पार्टी बंगले में कैद होकर रह जाएगी जैसे कि पूर्व में उमा भारती के कार्यकाल में देखने को मिला था।
सांसद बनने के बाद उमा भारती की राजनीति का केंद्र ओम शांति नगर में एक बंगले में सिमट कर रह गया था।
पार्टी में बिना किसी सक्रियता के सीधे सांसद की दौड़ में शामिल हुए अनुराग शर्मा ने अब तक भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय को देखा नहीं है । चुनावी प्रचार में भी उन्होंने शुरुआत में बंगले को स्थाई कार्यालय बनाया। इसके बाद भीड़ नियंत्रित करने के लिए उसे इलाहाबाद बैंक चौराहा के आगे एक निवास पर शिफ्ट कर दिया ।
यहीं से पार्टी के अंदर से यह सवाल उठने लगा की क्या आप पार्टी को बंगले से ही संचालित होना पड़ेगा ? भाजपा कार्यालय की अहमियत क्या कम हो जाएगी या भाजपा कार्यालय केवल पदाधिकारियों की सक्रियता तक सीमित रह जाएगा?
चुनाव प्रचार में पूरे चरण तक पहुंचने के बाद आज सोशल मीडिया पर कई लोगों ने ऐसी पोस्टर वायरल की है जो यह संकेत दे रहे हैं कि पार्टी के अंदर खाने में जबरदस्त हलचल मची हुई है । भाजपा प्रत्याशी के समर्पण और राजनीति में मजबूत पकड़ को लेकर उठाए जा रहे सवाल बड़े नेताओं की शंका को जाहिर कर रहे हैं कि क्या अनुराग की जीत के बाद उनकी कोई अहमियत रह जाएगी या नहीं?
बरहाल शंकाओं और अंदर खाने की हलचल चुनाव में किस रूप में सामने आएगी यह तो 23 मई को होने वाली मतगणना के बाद ही पता चल सकेगा , लेकिन अभी पार्टी के अंदर असंतुष्ट को मैनेज करने की कोशिश जारी है।