झाँसी- बुंदेलखंड राज्य के लिए हो रहे सत्याग्रह से छात्र भी जुड़े

Hbझांसी। बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण को लेकर संघर्षरत् सभी घटक दलों को मिलाकर बनाये गये बुन्देलखण्ड संयुक्त मोर्चा के तत्वाधान में चलाये जा रहे अनिश्चित कालीन सामूहिक सत्याग्रह के 41वंे दिन आज बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में डा0 बाबूलाल तिवारी के नेतृत्व में सत्याग्रह धरना किया। अपने सम्बोधन में डा0 तिवारी ने कहा कि आज छात्रों को प्रथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के सत्याग्रह में देखकर मुझे जो सुकून मिला उसकी अभिव्यक्ति करने के लिये मेरे पास शब्द नही है। अब तय हो चुका है कि बुन्देलखण्ड का विद्यार्थी राज्य निर्माण से होने वाले फायदे को समझ चुका है और वो जानता है कि उसका भविष्य पृथक बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के बाद ही सुरक्षित है। सत्याग्रह को सम्बोधित करते हुये केन्द्रीय महामंत्री दिनेश भार्गव ने कहा कि आज सत्याग्रह का 41वां दिन है जिन्हें महोबा और बांदा के सत्याग्रह सेन्चुरी और आॅफ सेन्चुरी पार कर चुके है। सरकार आज भी मौन है उसको यह ज्ञान नही है कि सत्याग्रह के माध्यम से उसके लिये जो खाई खोदी जा रही है वो दिन प्रतिदिन गहरी होती जायेगी और वो दिन दूर नही जिस दिन केन्द्र और प्रदेश सरकार को इस खाई में गाड़ दिया जायेगा हमारी लड़ाई राज्य निर्माण की लड़ाई है न कि सत्ता प्राप्त करने की, राज्य निर्माण के बाद सरकार किसी भी दल की हो वो बुन्देलखण्ड की सरकार होगी और बुन्देलखण्ड का विकास करेगी।
सभा को सम्बोधित करते हुये बुन्देलखण्ड महाविद्यालय की छात्रा ज्योति सिंह ने कहा कि हम रानी झांसी की संन्ताने है अगर रानी देश की आजादी के लिये प्राण न्यौछावर कर सकती है तो हम छात्रायें भी बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के लिये अपने प्राणों की आहूति देने से पीछे नही हटेगे क्योंकि बुन्देलखण्ड की बेटी जो प्रण कर लेती है उससे पीछे नही हटती।
सभा को सम्बोधित करते हुये विधि प्रथम वर्ष के छात्र कनुक कुमार त्रिपाठी ने कहा कि बुन्देलखण्ड राज्य निर्माण के बाद क्षेत्र के युवाओं को रोजगार किसानों को फसल का उचित मूल्य और महिलाओं को सम्मान मिलेगा। वर्तमान मोदी सरकार ने युवाओं, बेरोजगारो, किसानों और कामगारों के साथ धोखेबाजी की है। अब काठ की हाड़ी बार-बार आग पर नही रखी जा सकेगी।
सत्याग्रह को सम्बोधित करते हुये किसान नेता अरविन्द्र बादल एवं श्री शचीन्द्र कुमार तिवारी सिलगुंवा ने कहा कि अब ग्रामीण क्षेत्र का किसान और नौजवान जागरूक हो चुका है वो जानता है कि किसानों को फसल का दाम सिंचाई कि व्यवस्था और अन्ना प्रथा से छुटकारा नौजवानों को रोजगार तब ही सम्भव है जब प्रथम बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण होगा अतः किसान पृथक बुन्देलखण्ड राज्य के आन्दोलन से जुड़ चुका है।
सत्याग्रह को कार्यक्रम समन्वयक एवं बुन्देलखण्ड निर्माण अध्यक्ष भानू सहाय बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा महामंत्री दिनेश भार्गव, रघुराज शर्मा, उत्कर्ष साहू, देवी सिंह कुशवाहा, कुअंर बहादुर आदिम, आदि ने सम्बोधित किया।
सत्याग्रह को सत्येन्द्र पाल सिंह, कु0 नीलम श्रीवास, कु0 वर्षा सिंह, सत्य प्रकाश खरे, अमृत लाल, महेश विधुआ, हनीफ खान वरिष्ठ पत्रकार, पूजा साहू, सूरत प्रसाद वर्मा, शहशाह अली, विकास साहू, मो0 सोहेल, संदीप परिहार, सूर्यप्रकाश चतुर्वेदी, पंकज यादव, वैभव खरे, आशीष कुमार, शैलजा त्रिपाठी, मो0 जिया, आकाश चैरसिया, मोहित प्रजापति, शिल्पी पाल, शिखा बुन्देला, आदर्श त्रिपाटी, रूद्र बुन्देला, डा0 वन्दना कुशवाहा, रविन्द्र सिंह कुशवाहा, सलमान, सौरभ, दीपेन्द्र, ज्योति सिंह, अवधेश कुमार, सत्येन्द्र सिंह पटेल, रघुराज शर्मा, नरेश कुमार चिरूला, राजेश साहू, पंकज मिश्रा, वी0के0 आनन्द, देवी सिंह कुशवाहा, विकासपुरी गोस्वामी, अमित मिश्रा, विनोद कुमार वर्मा, सुनील राजपूत, वकील अहमद, शहीद खान, सिकन्दरा, राजेश राजपूत, राजेश कुमार, बृजेश कुमार राजपूत, अमृत सिंह कुशवाहा, अभिषेक कुशवाहा चिरगांव, विशाल कुशवाहा चिरगांव, नसीर अहमद, मागीलाल तेजवाल, आकाश दुबे, अनूप दुबे, अभय नागर, शीलू सिंह बांदा, नीरज दीक्षित, आदि ने सम्बोधित किया।
संचालन लियाकत अली ने किया तथा अन्त में बुन्देलखण्ड मुक्ति मोर्चा के उपाध्यक्ष पं0 राजेन्द्र दीक्षित, मऊरानीपुर ने सभी का आभार प्रकट किया।

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