Headlines

झाँसी में लोकसभा सीट के लिए 11 प्रत्याशियों में से कितने डमी?

झाँसी। झांसी ललितपुर सीट पर राजनीतिक दलों के साथ अन्य दल व निर्दलीय मिलाकर कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं । इन प्रत्याशियों में से चुनावी प्रचार में कई प्रत्याशियों के मैदान में डटे होने को लेकर सवाल उठ रहे हैं ।।क्या यह लोग किसी के डमी प्रत्याशी हैं या फिर चुनाव को किसी और मकसद से लड़ रहे हैं ?

इन प्रत्याशियों का जनता के बीच ना तो चर्चा है और ना ही कोई हलचल। हां, अब तक के प्रचार में हुए खर्च और वाहनों की संख्या से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह लोग पंजीकृत दलों के प्रत्याशी से कहीं ज्यादा धुआंधार प्रचार कर रहे हैं।

झांसी ललितपुर संसदीय सीट पर राजनीतिक दलों के प्रत्याशी जहां जीत के लिए गांव गली से लेकर धुआंधार जनसंपर्क कर रहे हैं । प्रचार सामग्री बांटी जा रही है। मीडिया में अपनी बात कह रहे हैं , वहीं कई ऐसे प्रत्याशी है जिनका पोस्टर बैनर कहीं नजर नहीं आता है और ना ही वह गांव गलियों से लेकर शहर में प्रचार के लिए नजर आ रहे हैं।

ऐसे लोगों की चुनावी खर्चे पर यदि नजर डालें , तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं । आयोग में इन प्रत्याशियों के खर्चों की सीमा लाखों रुपए पार कर चुकी है । इतना ही नहीं एक प्रत्याशी ने तो 40 से अधिक वाहनों को प्रचार के लिए स्वीकृत किए हुए हैं।

यह वाहन प्रचार में कहां जा रहे हैं और किस क्षेत्र में जनसंपर्क हो रहा है, इसकी किसी को जानकारी नहीं है । झांसी सीट पर चुनावी घोषणा के बाद नामांकन प्रक्रिया से लेकर अब तक कई प्रत्याशियों का चेहरा और उनके चुनाव चिन्ह की जानकारी तक लोगों को नहीं है, लेकिन यह लोग आयोग को हर रोज दर्शा रहे खर्ची और वाहन खर्ची की सीमा में लगातार वृद्धि कर रहे हैं।

यहां सवाल उठ रहा है कि क्या यह लोग इसी दूसरे के लिए खुद को प्रयोग कर रहे हैं? वाहन और खर्ची इतना दिखाने का मकसद क्या है ? जनता से किन मुद्दों पर संवाद कर रहे हैं और उनकी प्राथमिकताएं क्या है इसको लेकर भी कोई जानकारी नहीं है।

यहां सवाल यह है कि क्या चुनाव आयोग ऐसे लोगों पर निगाह रखकर उनकी हकीकत पता करने की कोशिश करेगा?,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *