झांसीः नगर को स्मार्ट बनाने के लिये जब निगम ने पहल करने को कहा, तो अमूनन हर व्यापारी संगठन सड़क पर आ गया था। फोटो अखबार मे छपनी थी और के्रउिट लेना था। आज इन्हीं व्यापारी संगठनो के मुंह पर ताला लगा है, लेकिन पर्दे के पीछे से साजिश कर रहे हैं। यह जानकार नगर विधायक रवि शर्मा भी हैरान है!
अपना शहर भी कमाल का है। कमाल से बड़े है यहां के कर्णधार। सिर्फ और सिर्फ अपने स्वार्थ के लिये जीने वालो का हर मसले मे दखल है। चाहे विकास का कोई भी मुददा हो। जब तक यह लोग नहीं चाहेगे, अधिकारियो की क्या बिसात जो चंद कदम भी आगे बढ़ा सके।
पर्दे के पीछे से तीर चलाने वाले इन व्यापारी नेताओ की पोल जनता के सामने है, लेकिन अधिकारियो की लापरवाही उन्हे संजीवनी प्रदान कर देती है।
इन दिनो नगर के बाजार से अतिक्रमण हटाने का अभियान चल रहा है। इस अभियान को लेकर व्यापारी संगठन पर्दे के पीछे से अपनी रणनीति को अंजाम दे रहे हैं।
कल तक जो व्यापारी नेता छोटे-छोटे मामलो मे ज्ञापन देकर प्रशासन की नाक मे दम करने का दावा करते थे आज वो दूसरे को क्रेडिट ना मिल जाए, इस बात पर साजिश के तार बुन रहे हैं? क्या यह ठीक है?
साजिश के तार बुनने वाले मे एक चेहरा अशोक जैन का बेनकाब हो गया। दूसरे नेता भी जल्द बेनकाब होने वाले हैं। अशोक ने अतिक्रमण को हाथ ठेलो का दर्द बताकर अपनी असली मंशा जाहिर कर दी। यह बात किसी को हजम नहीं हो रही।
नगर विधायक रवि शर्मा भी हैरान है कि व्यापारी क्यो अतिक्रमण पर एकजुट नहीं हो पा रहे।
इस मामले मे एक रोचक पहलू यह सामने आया कि अतिक्रमण को लेकर अभियान नगर का एक अखबार चला रहा है। जबकि दूसरे अखबार इस बात से किनारा किये हुये हैं। जबकि अधिकांश व्यापारी नेता चापलूसी की अपनी पोल खुलने के डर से मैदान मे नहीं आ रहे।
यही बात यदि दूसरे लोग उठाते, तो यही व्यापारी नेता प्रशासन के पिछलग्गू बनकर बाजार मे खड़े होते। फोटो सेशन होता और चंद दिनो के लिये बाजार से अतिक्रमण नजर नहीं आता।
अतिक्रमण को लेकर विधायक रवि शर्मा से जब बात की गयी, तो उन्होने कहा कि वो जल्द ही व्यापारियो को इस मामले मे समझाने का प्रयास करेगे। अतिक्रमण शहर के लिये सबसे बड़ा नासूर है। विधायक मानते है कि इस मामले मे सभी को खुले दिमाग से सोचने की जरूरत है।