झांसी-उप्र व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष संजय पटवारी अब किस मुंह से सुनील नैनवानी से मिलेगे? यह सवाल इसलिये उठ रहा है क्यांकि संजय ने पूरे चुनाव मे सुनील को अकेला छोड़ दिया था।
गौरतलब है कि वार्ड क्रमांक-55 से सभासद का चुनाव लड़ रहे सुनील नैनवानी उप्र व्यापार मंडल मे कोषाध्यक्ष है ।
युवा सुनील नैनवानी ने पिछले कुछ सालो मे अपनी मेहनत की दम पर ना केवल कारोबार मे तरक्की की, बल्कि अपने व्यवहार की दम पर सभासद का चुनाव भी जीत लिया।
व्यापार मंडल की ओर से सुनील नैनवानी के चुनाव मे किसी प्रकार की मदद नहीं की गयी। वैसे भी उप्र व्यापार मंडल राजनैतिक आजादी के नाम पर कई खेमे मे बंट गया था।
मेयर पद के लिये दावेदारी करने से संजय पटवारी भाजपा के हो गये थे। जबकि चुनाव मे उनके संगठन के महानगर अध्यक्ष और उनकी पूरी टीम बसपा प्रत्याशी डमडम के खेमे मे चली गयी।
ऐसे मे व्यापारी हित की बात करने वाले संजय पटवारी ने अपने खास सिपाही सुनील को बीच मझधार मे छोड़ दिया।
नैनवानी ने अकेले प्रचार कर साबित कर दिया कि उनका कद संजय पटवारी के कद से कहीं ज्यादा है।
वैसे जानकार कह रहे है कि बेशर्म संजय पटवारी अब सुनील की जीत पर उन्हे ना केवल बधाई देगे, बल्कि अखबार मे फोटो भी छपवायेगे। यह उनका विशेष फंडा है, जिसमे लोग फंस जाते हैं?
बरहाल, चुनाव के मौसम मे संजय पटवारी पूरी तरह अपने के लिये बेनकाब हो गये। उनकी जुगाडू नीति काम नहीं आयी और उन्हे मुंह की खानी पड़ी। बसपा प्रत्याशी भी हार गया। ऐसे मे संजय के खिलाफ अपने ही वार करने को तैयार होगे। निशाने पर संजय के साथ महानगर अध्यक्ष संतोष साहू व उनकी टीम भी रहेगी।