झांसीः कुदरत की मार ने दो किसानो को मौत के मुंह मे धकेल दिया। ओलावृष्टि से परेशान किसान जाने दे बैठे। किसान की मौत से हड़कंप मच गया।
महोबा में भी फसल की बर्बादी देख एक किसान ने कीटनाशक खा लिया। वहीं झाँसी जनपद के ग्राम लहचूरा में एक किसान की हृदयगति रूक गई। दोनों की उपचार के दौरान मौत हो गया।
बुंदेलखंड के महोबा जनपद मेंअजनर थाना क्षेत्र स्थित ग्राम खैरा निवासी मनोज कुमार (22) की खेती बीते दिनों हुई ओलावृष्टि से तबाह हो गई थी। इससे वह परेशान था। उसने खेती के लिए कर्ज भी ले रखा था। उसने सोचा था कि खेती अच्छी होगी तो कर्ज उतार देगा। लेकिन कुदरत ने उसे कहीं का नहीं छोड़ा। इससे परेशान होकर उसने कीटनाशक खा लिया। उसे पास के अस्पताल ले जाया गया। वहां हालत गंभीर होने पर उसे मेडिकल कॉलेज झाँसी के लिए रेफर कर दिया गया। यहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमॉर्टम करा दिया।
वहीं, बुंदेलखंड के ही जनपद झाँसी में मऊरानीपुर तहसील के ग्राम घाट लहचूरा में विगत सोमवार को भारी वर्षा और ओलावृष्टि हुई थी। जिसकी वजह से गेहूं, मटर, मसूर व चने की फसलें पूरी तरह से नष्ट हो गई थीं। लहचूरा निवासी हरनारायण पुत्र रामलाल गुप्ता फसलों की बर्बादी का मंजर नहीं देख पाया और उसी के बारे में सोचता रहा।
आखिर उसे दिल का दौरा पड़ गया। उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज झाँसी भेजा गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस ने पंचनामा भाकर शव का पोस्टमार्टम करादिया। परिजनों का कहना है कि मृतक के पास केवल ढाई एकड़ जमीन है। उस पर बैंक व साहूकारों का पांच लाख रुपए का कर्ज भी है। अब न तो फसल ही रही और न ही हरनारायण। कैसे परिवार का गुजारा होगा और कैसे बैंक व साहूकार का कर्ज उतारा जाएगा।