झांसीः निकाय चुनाव का पहला चरण कल से शुरू होगा। झांसी मे 29 नवबंर को मतदान होना है। प्रशासन पूरी तैयारी मे जुटा है। 24 को मुख्यमंत्री योगी के आने की तैयारी चल रही हैं। इधर, वार्ड मे सभासद प्रत्याशियो ने अपनी ताकत झांेकते हुये चुनाव की दशा तय करने मे कसर नहीं छोड़ी है। इस बार सभासद के चुनाव मे जहां वार्डस मे अधिकांश युवा प्रत्याशी हैं, तो कुछ वार्डस मे युवा जोश को सीधी चुनौती देने उम्रदराज प्रत्याशी भी हैं।
बदलते राजनैतिक परिदृश्य मे युवाओ की भागीदारी बढ़ती जा रही है। यह राजनीति के अच्छा संकेत तो है, लेकिन चिंता का विषय भी है। युवा जोश अनुभव और संयम के मामले मे थोड़े कच्चे माने जाते हैं, लेकिन बदली परिस्थितियो मे युवाओ ने इसमे काफी सुधार किया है।
झांसी मे कुल 60 वार्ड हैं। यदि हर वार्ड पर नजर डाले, तो पाते है कि अधिकंश जगह युवा प्रत्याशी मैदान मे हैं।
इससे इतर एक तस्वीर यह भी है कि इन युवा प्रत्याशियो को उम्र दराज लोग भी टक्कर दे रहे हैं।
चाहे वो श्रीराम बटटा हो या फिर मूला देवी। चुनावी समर मे युवाओ के साथ महिलाओ और बुजुर्गों की दावेदारी ने यह साबित कर दिया है कि हर बुन्देलखण्डी झांसी के विकास को लेकर चिंतित है।
हालांकि मतदान के बाद ही स्थिति साफ होगी कि कितने युवा और उम्रदराज प्रत्याशी जीत हासिल करते हैं। यानि निगम के सदन मे पिछले बार की तुलना मे इस बार बदली स्थिति देखने को मिल सकती है।
युवा जोश के मैदान मे आने से चुनाव माहौल भी बदला हुआ है। हर प्रत्याशी जीत के लिये विकास को मुददा बनाये है।
कुछ प्रत्याशियो ने चुनावी तैयारियो से पहले वार्ड मे सक्रियता दिखाते हुये कई काम भी कराये। यह चुनाव से पहले की प्रेक्टिस थी। सवाल यह है कि क्या ऐसा करने वाले प्रत्याशी या दावेदार जीत के बाद ही एक्टिव रहेगे?