झाँसी। संघर्ष सेवा समिति के तत्वाधान में विगत कई वर्षों से कन्याओं के विवाह में सहयोग की परंपरा चली आ रही है। संघर्ष सेवा समिति अब तक कई कन्याओं के विवाह आयोजित कर चुकी है और सैकड़ों कन्याओं के विवाह में सामाजिक और आर्थिक रूप से सहयोग भी करती आ रही है। इसी क्रम में छनियापुरा निवासी प्रियंका को डॉ० संदीप सरावगी ने संघर्ष सेवा समिति परिवार में एक और सदस्य के रूप में सम्मिलित किया और विवाह में सहयोग के रूप में साड़ी, कम्बल, ट्रॉली बैग व अंय उपहार दिये। प्रियंका के माता पिता ने अपनी बिटिया के होने वाले विवाह में बड़े भाई की तरह डॉ० संदीप सरावगी को आमंत्रित किया। प्रियंका ने कहा संघर्ष सेवा समिति परिवार में जुड़कर घर जैसा माहौल देखने को मिला। कन्याओं की शादी में संदीप भईया माँ बाप के रूप में बहनों के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। संदीप भईया से मिल कर हमें बहुत अच्छा लगा, एक भाई व पिता के रूप में हमेशा तैयार रहते हैं। वहीं संघर्ष सेवा समिति के संस्थापक डॉ० संदीप ने कहा प्रियंका लगातार संघर्ष सेवा समिति से जुड़ी जुड़ी रही है। आज हम दो सौ छियालीसवीं कन्या को बहन बेटी के रूप में संघर्ष सेवा समिति परिवार से विदाई कर रहे हैं उन्होंने कहा प्रियंका जिंदगी भर खुश रहें। यही ईश्वर से कामना करते हैं और कभी भी कोई समस्या बहन या बेटी को हुई तो हमेशा उसके साथ है। इस अवसर पर सहकार भारती से प्रदेश मंत्री सतीश कठरैया, एफपीओ प्रकोष्ठ प्रमुख मनोज द्विवेदी, विभाग संयोजक अंचल अड़जरिया, सह विभाग संयोजक सतीश राय, ग्रामीण संगठन प्रमुख अजय रावत व संघर्ष सेवा समिति से सुशांत गुप्ता, संदीप नामदेव, अनुज प्रताप सिंह, बसंत गुप्ता, दीक्षा साहू, मास्टर मुन्नालाल, महेंद्र रायकवार, अरुण पांचाल आदि उपस्थित रहे।