बुराड़ी कांड -मौत से पहले किसने दिए थे लोगों को दिशा निर्देश!

नई दिल्ली 2 जुलाई बुराड़ी कि जिस मकान में 11 लोगों के शव मिले थे पुलिस की जांच में आप ऐसे खुलासे हो रहे हैं जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।  शुरुआती जांच में पुलिस को कमरे के मंदिर के पास रखा एक रजिस्टर मिला है।  इस रजिस्टर में मरने वालों को बकायदा निर्देश दिए गए हैं उन्हें किस प्रकार फांसी के फंदे से लटकता है और ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होगी । इससे संकेत मिलते है कि परिवार के धार्मिक क्रियाकलापों में अधिक संलिप्त रहा होगा।

पुलिस को शुरुआती जांच में जो रजिस्टर मिला है उसकी भाषा बेहद अजीब है।  रजिस्टर में जिस भाषा में जो शब्द लिखे गए हैं कमरे में मिले शव लगभग उसी अवस्था में पाए  गए थे। एक शव  दूसरे कमरे में पाया गया था । यह शव  परिवार की मुखिया नारायणी का था।

दिल्ली पुलिस सूत्रों के मुताबिक घर से मिले रजिस्टर में हाथ से लिखा गया है. इनमें लिखा है, ‘अगर आप स्टूल का इस्तेमाल करेंगे, आंखें बंद करेंगे और हाथ बांध लेंगे तो आपको मोक्ष की प्राप्ति होगी.’

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दोनों रजिस्टर के करीब 35 पन्नों में शुरुआत के कुछ पन्नों में इस बात का जिक्र है कि किस शख्स को कहां-कहा खड़ा होकर लटकना है. यानी बाकायदा ये लिखा हुआ है कि परिवार के कौन से सदस्य को किस जगह लटककर जान देनी है. खासकर ये भी लिखा गया है कि दरवाजे से किस शख्स को लटकना है.’

सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि घर से बरामद कागजों पर मौत की जो इबारत लिखी हुई है, बिल्कुल वैसे ही अंदाज में ये पूरा परिवार काल के गाल में समा गया. पुलिस जब घर के अंदर पहुंची तो रजिस्टर में लिखित निर्देशों के अनुसार ही शव लटके पाए गए हैं.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक 75 साल की नारायणी देवी का शव अलग कमरे में पड़ा हुआ मिला. जबकि बेटे भवनेस और ललित के अलावा दोनों की पत्नी सविता और टीना और इनके बच्चे निधी, शिवम, मेनका व ध्रुव लोहे की जाली से लटके मिले. इनके अलावा 57 साल की प्रतिभा और उनकी बेटी प्रियंका जिसकी 17 जून को सगाई हुई थी, उनके शव खिड़की से लटके मिले. सूत्रों के मुताबिक भवनेश और ललित के अलावा सभी के हाथ टाइट बंधे थे.

पुलिस ने अभी 6 शव का पोस्टमार्टम करा दिया है। वैसे पुलिस इस मामले में कई एंगल से जांच कर रही है पुलिस सूत्र बताते हैं कि जिसने भी यह कांड को अंजाम दिया है वह भी हद ही शातिर दिमाग का व्यक्ति है और संभवता उसने पूरे परिवार को मौत की नहीं सुलाने के बाद खुद भी आत्महत्या की होगी।

पुलिस के सामने चुनौती है कि इस कांड के मुख्य सूत्रधार का पता कैसे लगाया जाए अभी तक जांच में यह नहीं पता चल सका है कि परिवार के 11 सदस्यों की मौत किन कारणों से हुई है।  क्योंकि रजिस्टर में जिस प्रकार से सदस्यों को मोक्ष प्राप्ति के लिए दिशा निर्देश दिए गए हैं ठीक उसी प्रकार सब कमरे में लटके पाए गए। यानि ये साफ है कि कोई है जिसने पूरे परिवार को मौत की तरफ धकेला।

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