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भाभी अपने देवर को खाने में खिलाती थी अपना खून, ताकि देवर…

नई दिल्ली 30 जून। दिल्ली पुलिस को 22 जून की रात नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में मिली घायल महिला की जांच के दौरान जब आरोपी को पकड़ने के लिए देहरादून जाना पड़ा और उसे गिरफ्तार किया । इसके बाद जो कहानी सामने आई उसने पुलिस के भी होश उड़ा दिए । आरोपी युवक ने अपनी भाभी को लेकर ऐसी सनसनीखेज जानकारी दी, जो बेहद चौंकाने वाली है।

पुलिस के अनुसार आरोपी का नाम अर्जुन है और वह पीड़ित महिला के साथ पिछले दो-तीन महीनों से लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था। महिला उसके भाई की पत्नी यानी भाभी है।

दरअसल नरेला इंडस्ट्रीज थाना पुलिस को 22 जून की रात एक महिला घायल अवस्था में मिली थी । पुलिस ने महिला को अस्पताल में भर्ती कराया । जांच के दौरान महिला के कमरे में एक मोबाइल फोन का खाली डब्बा मिला, जिसमें आईएमईआई नंबर लिखा हुआ था। इस नंबर की जांच पुलिस को जानकारी हुई कि इस नंबर का एक मोबाइल फोन प्रयोग होने के बाद देहरादून जाकर बंद कर दिया गया है।

उसी नंबर के आधार पर पुलिस ने शख्स का फोटो खोज निकाला फोटो जब पड़ोसियों को दिखाया तो पता चला कि आरोपी युवक का नाम अरुण है । हालांकि आरोपी ने पड़ोसियों को अपना नाम भी गलत बताया था । जांच के बाद पुलिस ने आरोपी अर्जुन को देहरादून में उसकी बहन के घर से गिरफ्तार कर लिया।

इसके बाद आरोपी युवक ने पुलिस को बताया कि वह अपनी भाभी के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रह रहा था, लेकिन इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहता था। यही कारण रहा कि उसने 22 जून की रात भाभी के सिर पर एक पत्थर से प्रहार किया। जब उसे लगा कि भाभी की मौत हो गई है, तो वह घर का दरवाजा बाहर से बंद कर भाग गया । पुलिस के अनुसार आरोपी मूल रूप से बिहार के आरा का रहने वाला है। जबकि घायल रीता उसकी भावी है।

आरोपी ने पुलिस को जब अपनी मजबूरी की कहानी सुनाई, तो वह बेहद सनसनीखेज थी । आरोपी ने बताया कि मेरी भाभी मुझसे बहुत ज्यादा प्यार करने लगी थी । वह मुझे अपने किसी साधु बाबा के कहने पर तंत्र मंत्र के जरिए वश में करना चाहती थी । इसके लिए वह पिछले 1 साल से अपना खून मेरे खाने में मिलाकर मुझे खिला रही थी। मैंने कई बार मना भी किया तो वह नाराज हो जाती थी।

आरोपी देवर ने आगे बताया कि “मैं उसकी इस हरकत से बहुत दुखी हो गया था, इसलिए मैंने यह सब किया. मेरे मना करने भी वह मेरे खाने में खून मिला रही थी. मना करने पर वह मुझे मारती थी. 22-23 जून की रात इसी बात को लेकर हमारा झगड़ा हुआ और मैंने उस पर पत्थर से हमला कर द‍िया. मुझे लगा क‍ि वह मर गई तो मैं मौके से भाग गया.

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