लखनऊ 4 अक्टूबर बुधवार की देर रात पुरानी रंजिश को लेकर हमलावरों ने दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी। इस मामले में सबसे दुखद पहलू यह है कि हमलावर दोनों भाइयों को आधे घंटे तक सड़क पर पीटते रहे दोनों भाई बचने के लिए रहम की भीख मांगते रहे लेकिन वहां मौजूद भीड़ में से किसी ने आगे बढ़कर मदद करने की हिम्मत नहीं दिखाई नतीजा यह रहा कि दोनों मौत की नींद सो गए। घटना ठाकुरगंज के मुसाहिबगंज की है। पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
बताया जाता है कि घनी बस्ती में बदमाशों का खौफ इतना था कि उन्होंने दो भाइयों की जान ले ली ,लेकिन वहां मौजूद किसी व्यक्ति की हिम्मत नहीं हुई कि उनका विरोध करता। बताया जाता है कि घटनास्थल से थाने की दूरी महज 500 मीटर है और पुलिस घटना के 15 मिनट बाद वहां पहुंची।
ठाकुरगंज के साहिबगंज चुंगी के पास बुधवार की देर रात आधा दर्जन बदमाशों ने पुरानी रंजिश के चलते दो सगे भाइयों इमरान और अरमान को कार से रोककर घेर लिया। घनी आबादी में बदमाशों के बीच गिरे दोनों भाइयों ने पहले तो हमलावरों से बातचीत करते हुए मसले को हल करने की कोशिश की ,लेकिन हमलावर गाली गलौज करते हुए जान से मारने पर आमादा हो गए। दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई।
अपनी जान पर बनी दें दोनों भाइयों में हमलावरों से बचने का पूरा प्रयास किया ।हमलावरों ने पास ही आराम मशीन से लकड़ी उठाकर दोनों के सिर पर लगातार वार किए।
जख्मी होने के बाद दोनों भाई जिंदगी की भीख मांग रहे थे, लेकिन बदमाशों को कोई रहम नहीं आया। यहां तक की आसपास खड़े लोग भी मूकदर्शक बने रहे। हमलावर ताबड़तोड़ दोनों भाइयों पर हमला करते रहे।
मृतकों के पिता ने रोते हुए बताया कि यदि घटना के समय आसपास के लोगों में से कोई भी मदद के लिए आगे आ जाता तो शायद उनके बेटे जिंदा बच जाते ।
जब पुलिस मौके पर पहुंची तो भीड़ जमा हो गई और लोग अपने अपने तरीके से घटना को लेकर पुलिस को जानकारी देने लगी। मानवीय संवेदना के मर रहे स्वरूप को इस घटना ने एक बार फिर से उजागर करके रख दिया।।