नई दिल्ली 22 दिसम्बरः बिहार का चर्चित चारा घोटाले मे कल यानि 23 दिसम्बर को फैसला आना है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या कल लालू प्रसाद यादव जेल जाएंगे या फिर घर मे बैठकर आराम करेगे?
देवघर कोषागार से 85 लाख रूपये की अवैध निकासी के मामले मे रांची की विशेष अदालत मे सबूत और गवाह के साथ जिरह पूरी हो चुकी है। इस मामले मे फैसला कल आना है।
मामले में लालू यादव और जगनाथ मिश्रा सहित 22 लोग आरोपी हैं. पहले इस कांड में कुल 34 आरोपी थे. इनमें से 2 आरोपियों को सरकारी गवाह बनाया गया है जबकि 10 लोगो की मौत हो चुकी है. गौरतलब है कि चाईबासा कोषागार से जुड़े करीब 38 करोड़ की अवैध निकासी के मामले अर्थात आरसी 20 ए/96 में सीबीआई कोर्ट ने सितम्बर 2013 में लालू यादव को पांच साल की सजा और 25 लाख जुर्माने की सजा सुनाई थी.
इस बीच लालू यादव ने कहा कि बीजेपी ने उन्हंे फंसाया है।
लालू प्रसाद यादव जेल जाएंगे या फिर बरी होंगे ये सब कुछ तय हो जाएगा. ये वाकया 1996 का है जब लालू यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे. बिहार के पशुपालन विभाग में फ़र्ज़ी बिल देकर बिहार के कई जिलों के कोषागार से लाखों रुपये निकालने का खेल चल रहा था.
ऐसे तो ये घोटाले का खेल 1978 से ही चल रहा था पर उस वक्त इसका आकार बहुत छोटा था. लालू यादव जब 1990 में मुख्यमंत्री बने तब से ये मामला आगे बढ़ने लगा. ये मामला पहली बार 1994 में सामने आया. ये वही साल है जब लालू के साथी रहे नीतीश कुमार ने लालू से अलग अपनी पार्टी समता पार्टी बनाई.