नई दिल्ली 10 सितम्बरः केन्द्र की भाजपा सरकार ने वैदिक ब्राहमण को अल्पसंख्य का दर्जा देने की मंशा को जाहिर किया है। इसके लिये अल्पसंख्यक आयोग को कहा गया है। मोदी सरकार का मानना है कि वैदिक ब्राहमण को अल्पसंख्यक का दर्जा दिया जा सकता है।
गौरतलब हैकि अभी देश मे विभिन्न धार्मिक समुदाय मे सिख, बौद्व, पारसी, जैन, मुस्लिम, क्रिश्चियन को अल्पसंख्यक का दर्जा प्राप्त है। हालांकि अल्पसंख्यक आयोग ने इसका विरोध किया है। आयोग का मानना है कि इस प्रस्ताव के मंजूर होने से दूसरे वर्गों के लोग जैसे पटेल, वैश्य, राजपूत आदि भी अल्पसंख्यक दर्जे की मांग करने लगेगे।
आयोग का मानना हैकि यदि ऐसा होता है, तो अल्पसंख्यक आयोग का मतलब ही समाप्त हो जाएगा। आयोग का कहना है कि आखिरी फैसला केन्द्र सरकार को लेना है।