लखनऊ 23 जुलाई। क्या आपने कभी ऐसा सुना है कि सरकारी स्कूल रविवार की जगह शुक्रवार को बंद हो , लेकिन यह हकीकत है । देवरिया जनपद में कई सारे ऐसे सरकारी स्कूल पाए गए हैं जो रविवार की जगह शुक्रवार को बंद रहते हैं । यह जानकारी सामने आने की बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच के आदेश दिए हैं आपको जानकर हैरानी होगी कि इन सारे सरकारी स्कूलों को मदरसों की तर्ज पर चलाया जा रहा था।
इन सरकारी स्कूलों के बोर्ड को हटाकर वहां मदरसों का नाम लिख दिया गया था और शुक्रवार को स्कूल की छुट्टी हुआ करती थी।
देवरिया के जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से जांच पत्रावली तलब करते हुए इस मामले की जांच कर कार्रवाई का आदेश दिया. इसके बाद जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार पांडे ने जांच में पाया कि कागजों और रजिस्टर पर स्कूल का नाम राजकीय प्राथमिक विद्यालय है जबकि स्कूल का बोर्ड इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय के तौर पर लिखा गया है.
देवरिया जिले में अभी तक ऐसे 6 स्कूल सामने आए हैं जिन्होंने खुद को सरकारी नियमों से अलग करते हुए राजकीय प्राथमिक विद्यालय की जगह इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय में तब्दील कर लिया. इतना ही नहीं इन सरकारी स्कूल को पूरी तरह मदरसों की तर्ज पर चलाया जा रहा है, जहां स्कूलों की दीवारों पर मजहबी नारे और मजहब के बारे में लिखी बातें मिली है. विद्यालय में बच्चों के नाम और शिक्षकों के हस्ताक्षर और पढ़ाई सब कुछ उर्दू में हो रही थी.
दरअसल मामला मिड डे मील की ऑडिट से इसका खुलासा हुआ है. प्रदेश में हर दिन सभी स्कूलों को मिड डे मील में छात्रों की उपस्थिति को सरकार को डाटा भेजना पड़ता है लेकिन इन स्कूलों में हर शुक्रवार को छात्रों की उपस्थिति शून्य होती. जबकि इन स्कूलों में है रविवार को मिड डे मील दिया जाता था.
इस ऑडिट में यह सामने आया कि कुछ ऐसे स्कूल हैं जो रविवार को चल रहे हैं. इससे विभाग के कान खड़े हुए. इसके बाद पता चला कि एक समुदाय विशेष के परंपराओं के हिसाब से स्कूल को चलाया जा रहा है. हालांकि स्कूलों के शिक्षक और प्राध्यापक यह कह रहे हैं कि ऐसा स्कूलों में मुस्लिम छात्रों की बहुलता को देखते हुए किया गया है लेकिन यह कब से चला आ रहा है किसी को सच पता नहीं है. अब पूरा मामला जांच के घेरे में है.
दरअसल यह पूरा मामला तब खुला जब सलेमपुर के खंड शिक्षा अधिकारी ने यह देखा कि इस्लामिया प्राथमिक विद्यालय, नवलपुर में मिड डे मील में शुक्रवार को छात्रों की संख्या शून्य दर्शाया जा रहा है और रविवार को रजिस्टर में बच्चो को खाना दिया जा रहा है.