नई दिल्ली 22 अगस्तः
पहले सरकार ने कहा था कि नीट की परीक्षा साल मे दो बारहोगी। अब इसमे बदलाव किया गया है।
मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आवश्यक नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट नीट का आयोजन अब साल में एक बार ही किया जाएगा. मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने स्वास्थ्य मंत्रालय की सिफारिश के बाद यह फैसला लिया है. दरअसल इससे पहले मंत्रालय ने नीट और जेईई को साल में दो बार और कंप्यूटर बेस्ड मोड में करवाने का फैसला किया था.
नीट के साल में एक बार होने के साथ ही परीक्षा का आयोजन भी पेन और पेपर के माध्यम से करवाया जाएगा. कुछ दिन पहले ही मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि पहले साल में उम्मीदवार पेन और पेपर का इस्तेमाल कर सकेंगे और पेपर ऑनलाइन नहीं होंगे जबकि पेपर कंप्यूटर पर अपलोड किए जाएंगे.
इसके अलावा जेईई परीक्षा का आयोजन नए पैटर्न के आधार पर होगा, जिसमें परीक्षा का आयोजन साल में दो बार होगा. इन परीक्षाओं का आयोजन नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से किया जाएगा.
एनटीए की ओर से सिर्फ जेईई मेंस करवाई जाएगी, जबकि जेईई एडवांस परीक्षा का आयोजन आईआईटी की ओर से ही किया जाएगा.
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने परीक्षा का कार्यक्रम भी जारी कर दिया है. एनटीए के अनुसार यूजीसी नेट की परीक्षा का आयोजन 9 से 23 दिसंबर के बीच होगी, जबकि जेईई मेंस-1 की परीक्षा 6 जनवरी से 20 जनवरी 2019 के बीच, जेईई मेंस-2 की परीक्षा 6 अप्रैल से 20 अप्रैल 2019 के बीच और नीट की परीक्षा 5 मई को होगी.