लखनऊ 22 फरवरी। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती पर सीबीआई का एक और शिकंजा कसने की तैयारी है ।
स्मारक निर्माण घोटाले में फंसे मायावती के शासनकाल के दौरान यूपी लोकसभा आयोग में साल 2010 में हुई अपर निजी सचिव भर्ती में भाई भतीजा वाद के आरोप की जांच शुरू करती हुए अज्ञात अफसरों को प्रारंभिक रिपोर्ट दर्ज की गई है।
सीबीआई शासन सपा शासनकाल 2012 से 2017 के दौरान आयोग में हुई भर्तियों की जांच कर रही है। सीबीआई की शिकायत मिली कि 2010 में अपर निजी सचिव की भर्ती में भी घोटाला हुआ है । यह भर्ती जांच के दायरे में नहीं थी इसलिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा था।
जांच एजेंसी इन जौनपुर पूछताछ के बाद पीई दर्ज की है इसके बाद सीबीआई इस प्रकरण में संबंधित लोगों को नोटिस जारी कर औपचारिकता साक्षी जुटाने की कवायद शुरू करेगी।
सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि 250 पदों के लिए हुई इस भर्ती में लोक सेवकों के करीबी रिश्तेदारों को अहमियत देने का आरोप के है। सभी अधिकारी 2007 से 2012 तक मुख्यमंत्री मायावती के करीबी बताया जा रहे हैं।