हिन्दी साहित्य भारती – केन्द्रीय कार्यालय – द मारवलस होटल झांसी (उ. प्र.)
उत्तर-प्रदेशीय बैठक – दिनांक 14-06-2025
हिंदी साहित्य भारती अखिल भारतीय / अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष
1- डॉक्टर रवीन्द्र शुक्ल जी की अध्यक्षता एक बैठक – हिन्दी साहित्य भारती के केन्द्रीय कार्यालय-झांसी में हुई जिसमें उत्तर-प्रदेश के छः प्रान्त मेरठ प्रान्त, ब्रज प्रान्त, कानपुर प्रांत,अवध प्रान्त, गोरक्ष प्रान्त व काशी प्रान्त के प्रान्तीय अध्यक्ष व प्रान्तीय महामंत्री उपस्थित रहे।
बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व शिक्षा मंत्री डॉ रवींद्र शुक्ल (अन्तरराष्ट्रीय अध्यक्ष– हिन्दी साहित्य भारती) ने कहा – कि संगठन की विस्तृत रूप से प्रसार के लिए तीन बातों का विशेष ध्यान देना होगा
1- परिवर्तन
२. परिवर्धन
3. परिमार्जन
इसके अतिरिक्त उन्होंने हिन्दी साहित्य भारती के उस
स्वरूप को आम जनमानस के समक्ष प्रस्तुत करने के लिए कहा कि हमें सनातन धर्म की रक्षा के लिए आगे आना होगा और आम जनमानस को इससे जोड़ना होगा। क्योंकि संसार में सनातन ही एकमात्र धर्म है जो आम जन मानस व विश्व बन्धुत्व की रक्षा करने में सक्षम है। यही हिन्दी साहित्य भारती का मुख्य उद्देश्य है।
मानव बन जाये जग सारा। यह पावन संकल्प हमारा” यही हिन्दी साहित्य भारती का उद्घोष वाक्य है। इस बैठक में राष्ट्रीय कार्य समिति के साथ, प्रदेशीय व’ प्रान्तीय कार्य समिति की घोषणा अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष – डॉ रवीन्द्र शुक्ल द्वारा की गयी। उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष प्रहलाद बाजपेयी ने प्रदेश में हिन्दी साहित्य भारती के कार्य पर विस्तृत प्रकाश डाला तथा प्रांत प्रदेशीय महामंत्री डा. अमरनाथ दुबे ने प्रदेशीय संगठन का विवरण प्रस्तुत किया। इस बैठक में ब्रज प्रांत अध्यक्ष-डॉ-अनूप शर्मा महामंत्री सतीश यादव समर्थ गोरक्ष प्रान्त के अध्यक्ष डॉ ओमप्रकाश द्विवेदी, काशी प्रान्त से मोहन द्विवेदी,मेरठ प्रान्त से अशोक प्रयासी, केन्द्रीय पदाधिकारी डॉ विनोद मिश्र व श्री रामनिवास शुक्ल राष्ट्रीय महामंत्री व कानपुर प्रान्त से हाकिम सिंह जी -झांसी विश्वविद्यालय से डॉ -वी पी त्रिपाठी। प्रदेशीय कोषाध्यक्ष किंजल्क त्रिवेदी,अरविन्द पाण्डेय, एड रुचि निवेदिता आदि उपस्थित रहे।