मी टू कैंपेन के लपेटे में आए एमजे अकबर का इस्तीफा रिपोर्ट- नैना

नई दिल्ली 17 अक्टूबर पिछले कुछ समय से मीडिया में चल रही मी टू कैंपेन के तूफान में धिरे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर को आखिरकार इस्तीफा देना ही पड़ा ।अकबर पर अब तक 20 महिला पत्रकारों ने अभियान के तहत आरोप लगाए हैं
अकबर पर सबसे बड़ा आरोप वरिष्ठ पत्रकार प्रिय रमानी ने लगाया था जिसमें उन्होंने एक होटल के कमरे में इंटरव्यू के दौरान अपनी कहानी को बताया था।
अकबर पर लगे आरोपों के दौरान वह विदेश में थे। भारत लौटने के बाद उन्होंने प्रिया रामानी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की लेकिन रमानी के आरोपों के बाद अकबर पर जैसे एक के बाद एक आरोप लगना शुरू हो गए और कई महिला पत्रकारों ने उनके खिलाफ मोर्चा खोलते हुए संगीन आरोप जड़ दिए

अकबर पर एक विदेशी महिला पत्रकार ने आरोप लगाया कि 2007 में जब वह इंटर्नशिप के लिए 18 साल की थी उनके साथ गलत हरकत करने की कोशिश की थी।
आपको बता दें कि मी टू कैंपेन में घिरे मोदी सरकार के किसी मंत्री का विवाद के बाद यह पहला इस्तीफा है। इससे पहले अकबर ने अजीत दोवाल से मुलाकात की थी और फिर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को इसकी रिपोर्ट दी थी।

हालांकि अकबर ने सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर चुके हैं बताया जाता है कि अकबर के मामले में पीएमओ की दखलअंदाजी के बाद इस्तीफा हुआ है ।इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की भी इस मामले में राय ली गई थी

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *