नई दिल्ली 2 जनवरीः अमेरिकी राष्टपति डोनाल्ड टंप ने पाक को दी जाने वाली 25 मिलियर डालर की मदद रोकी, तो पाक के सभी नेता चिल्लाने लगे। उन्होने अमेरिका की मदद का खुलासा तक करने की धमकी दे डाली। पाक मे हुयी आपात बैठक मे प्रधानमंत्री के अलावा विदेश मंत्री भी शामिल हुये। अमेरिका ने यह मदद पाक के आतंकी रवैये मंे सुधार नहीं आने को लेकर रोकी है।
पाक सरकार हाफिज के संगठन जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत-फाउंडेशन को अपने नियंत्रण में लेने वाली है. पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने कानून मंत्रालय और सभी पांच प्रांतों की सरकारों को इस बारे में विस्तृत योजना बनाने को कहा है.
अमेरिका ने जमात-उद-दावा को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी फ्रंट घोषित किया हुआ है. इस संगठन पर भारत में 2008 में हुए मुंबई आतंकी हमले करने का आरोप है. इस हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी.
सईद के खिलाफ तैयार हुआ ताजा दस्तावेज फाइनैंशियल एक्शन टास्क फोर्स को भी संबोधित किया गया है. यह अंतरराष्ट्रीय संगठन मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकी फंडिंग को रोकने का काम करता है. यह संगठन पाकिस्तान पर आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए लगातार दबाव बना रहा था.
हाफिज सईद के पाकिस्तानी राजनीति में आने को लेकर भारत के अलावा अमेरिका ने भी पाकिस्तान से चिंता जाहिर की थी. इसलिए पाक सरकार का यह कदम काफी अहम माना जा रहा है.