नई दिल्ली 3 जनवरीः तीन तलाक बिल पर आज राज्यसभा मे सरकार की अग्निपरीक्षा होगी। इस बीच आज सुबह बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुयी, जिसमे सभी सांसद से बिल पर चर्चा हुयी। सरकार की निगाह कांग्रेस पर हैं। कांग्रेस का रूख तय करेगा कि बिल किस तरह पास हो।
सरकार चाहती है कि जिस तरह से लोकसभा मे बिल पारित हो गया। उसी तरह राज्यसभा मे भी बिल पास हो। अड़चन दूर करने के लिये बीजेपी के वरिष्ठ नेताओ को जिम्मेदारी सौंपी गयी है।
कांग्रेस पार्टी, समाजवादी पार्टी, डीएमके समेत कई विपक्षी दल ऐसे हैं जो सीधे सीधे इस बिल का विरोध तो नहीं कर रहे हैं, लेकिन चाहते हैं कि इस पर और विचार विमर्श करने के लिए इसे राज्यसभा की सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाए. इन विपक्षी पार्टियों का तर्क है कि इस दिल में तीन तलाक की हालत में पति को 3 साल तक के लिए जेल भेजने का जो प्रावधान है वह गैर जरूरी है. इससे मामला सुलझने के बजाय और ज्यादा उलझ जाएगा. विपक्षी नेताओं का कहना है कि सिविल मामले को क्रिमिनल मामला बनाना ठीक नहीं है, क्योंकि ऐसे कानून का दुरुपयोग भी हो सकता है.