हाथ जोड़ रयै, भाजपा को जिता दियो, वर्ना हमारी नाक कट जै

झांसी 9 सितम्बरः अपनों के निशाने पर आये भाजपा महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी उर्फ भाईजी बीते रोज हुयी बैठक को लेकर हो रही छीछा लेदर से खासे परेशान हैं। उन्होने अपनों से साफ कहा कि यदि ई बार नगर निगम चुनाव मे भाजपा न जीती तो हमारी नाक कट जाएगी। गौरतलब है कि बीते रोज निगम चुनाव कोलेकर प्रदीप सरावगी ने महंगे होटल यात्रिक मे बैठक बुलायी थी। इसकी सूचना चंद लोगों को दी गयी। इसके बाद पार्टी के ही लोगों ने उन्हे गरियाना शुरू कर दिया। यहां तक कि फेसबुक पर भी लोगों ने कमेन्ट किये।

विवाद के नाता रखने वाले महानगर अध्यक्ष प्रदीप सरावगी अब पार्टी मे अपनों के निशाने पर हैं। वो हरकत ही ऐसी कर रहे हैं कि लोगों को कहने का मौका मिल रहा। विधानसभा चुनाव के दौरान विधायक रवि शर्मा के चुनाव प्रचार मे भी उन्होने नगरा मे जमकर हंगामा बरपाया था। उस मामले मे एडवोकेट सुधीर सिंह को बलि का बकरा बनना पड़ा था। हालांकि प्रदीप की यह चाल सफल नहीं हो सकी और रवि शर्मा बंपर वोटों से जीत गये।
जब से प्रदीप सरावगी ने महानगर अध्यक्ष का पद संभाला है, तब से वो विवाद के साये मे हैं। कभी पार्टी मे सर्वप्रिय माने जाने वाले प्रदीप सरावगी का व्यवहार महानगर अध्यक्ष पद संभालने के बाद तानाशाह जैसा होता जा रहा है।

सांसद उमा भारती के चुनाव मे पूरी कमान उन्हीं के हाथों मे थी। तब हर व्यक्ति उन्हे सम्मान और सहनशीलता के साथ बुलाता था। आज हालत उलट हो गयी है। लगातार पार्टी नेताओ के निशाने पर आ रहे प्रदीप सरावगी को लेकर लोग यह कहने से नहीं चूक रहे कि भाईजी अब नाम के भाईजी रह गये। वो फिल्मी भाईजी की तरह व्यवहार करने लगे हैं। पार्टी मे छोटा और बड़ा नेता के मायने वाले दरवाजे खोल रहे प्रदीप सरावगी को लेकर यह भी चर्चा है कि वो सामान्य सीट होने पर दावेदार कर रहे हैं। जबकि पार्टी उन्हे किसी भी कीमत पर दावेदार नहीं बनाना चाहती। जानकार कहते है कि प्रदीप के पास समर्थकांे का टोटा है। उन्हे अब बड़े कद वाला नेता कहलवाने मे मजा आने लगा है।

इन दिनों भाजपा मे प्रदीप सरावगी को लेकर चर्चा छिड़ी हुयी है। यही कारण है कि प्रदीप ने पुराने कुछ भाजपाइयांे को अपने पाले मे करने की कोशिश की है। बीते दिनो जब यह खबर आम हुयी कि पुराने और कर्मठ लोगों को प्रदीप ने महानगर संगठन से किनारे कर दिया है, तो उन्हे अपनी गलती का एहसास हुआ। अब उनक कर्मठ लोगों मे से कुछ के चेहरे प्रदीप सरावगी के साथ नजर आने लगे हैं।
बरहाल, पार्टी के अंदरूनी सूत्र बताते है कि प्रदीप सरावगी निगम चुनाव मे जीत-हार का ठीकरा अपने सिर पर फूटते देख सजग हो गये हैं। उन्होने बैठक मे भी कहा कि यह चुनाव जीत और जीत के लिये हैं।

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