प्रेम और सहनशीलता के पुत्र बनोः मनहास

रिपोर्ट-देवेन्द्र कुमार
झांसीः निरंकारी सतसंग भवन सिविल लाइन मे आयोजित सतसंग मे बोलते हुये जम्मू से आये संत प्रोफेसर बी. एस. मनहास ने कहा कि हमंे प्रेम और सहनशीलता का पुत्र बनना होगा। आज चारांे ओर नफरत और ईष्या फैली हुयी है। ऐेसे मे हम मानवता की भलाई के लिये काम करना होगा।

उन्हांेने कहा कि निरंकारी मिशन ऐसा अभ्यास है, जिसको करना आ जाए, तो हम इन्सान को इन्सान समझ सकते हैं। नर पूजा नारायण पूजा मिशन की मान्यता है। इससे पहले गीतकार शोकत अली अपनी कब्बाली व गीत प्रस्तुत किये। स्वागत संयोजक तरसेम कुमार ने किया। बाद मे उत्तम प्रकाश ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।

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