नई दिल्ली 12 अप्रैलः कुश्ती का दंगल रोमांचक था। भारत की खिलाड़ी बबीता फाइट कर रही थी। अफसोस यह कि बबीता के पिता मैदान के बाहर ही इन्तजार करते रह गये। आखिर क्यो?
दरअसल यहां महावीर फोगाट को कमरे में बंद करने के लिये कोई असंतुष्ट कोच नहीं था लेकिन महावीर फोगाट तब भी अपनी बेटी बबीता का कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतने तक के अभियान के साक्षी नहीं बन पाये क्योंकि वह मुकाबला स्थल तक पहुंचने का टिकट हासिल नहीं कर पाये थे.
इस दिग्गज कोच, जिनकी जीवनी पर फिल्म ‘दंगल’ बनी है, यहां मौजूदा चैंपियन बबीता (53 किग्रा) का मुकाबला देखने के लिये आये थे. लेकिन जब उनकी बिटिया करारा स्पोर्ट्स एंड लीजर सेंटर में अपना मुकाबला लड़ रही थी तब उन्हें बाहर इंतजार करना पड़ा. इस पूरे घटनाक्रम से दुखी बबीता ने कहा, ‘मेरे पिताजी पहली बार मेरा मुकाबला देखने के लिये आये थे लेकिन मुझे दुख है कि सुबह से यहां होने के बावजूद वह टिकट हासिल नहीं कर पाये.’