बीयू के अभिविन्यास कार्यक्रम का छठवां दिन
झांसी। बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के कला संकाय के नव प्रवेशित विद्यार्थियों के अभिविन्यास कार्यक्रम के छठवें दिन आज विशेषज्ञों और शिक्षकों ने नई शिक्षा नीति के प्रावधानों पर विस्तार से जानकारी साझा की। उन्होंने नई शिक्षा नीति की खूबियों को रेखांकित किया।
हिंदी विभाग के डा वृंदावन लाल वर्मा सभागार में आयोजित अभिविन्यास कार्यक्रम में प्रो सौरभ श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को नई शिक्षा नीति के तहत विषयों के चयन और अध्ययन के तौर तरीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों को विभिन्न प्रावधानों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में विद्यार्थियों को अपने ज्ञान में वृद्धि के साथ ही कौशल का विकास करने की व्यवस्था की गई है।
अर्थशास्त्र विभाग के सहायक आचार्य डा अतुल कुमार गोयल ने अर्थशास्त्र विषय के महत्व और उसके विविध पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
हिंदी विभागाध्यक्ष और कला संकाय के अधिष्ठाता प्रो मुन्ना तिवारी ने सभी विद्यार्थियों को अभिविन्यास कार्यक्रम के महत्व के बारे में जानकारी दी। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का आह्वान किया कि वे बाजार की मांग को देखते हुए अपने ज्ञान के दायरे को बढ़ाएं। साथ ही साथ बाजार की ज़रूरत का ख्याल रखकर कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करें। उन्होंने उम्मीद जताई कि नई शिक्षा नीति देश में कुशल मानव संसाधन तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से अनुशासन में रहकर और लक्ष्य को ध्यान में रखकर अध्ययन जारी रखने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों को उत्तम गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए कृत संकल्पित है।
इस कार्यक्रम में डा अचला पाण्डेय, डा जय सिंह, उमेश शुक्ल, डा सुनीता वर्मा, डा सुधा दीक्षित, डा नवीन पटेल, डा पुनीत श्रीवास्तव, डा विपिन प्रसाद, डा अजय कुमार गुप्त, डा कौशल त्रिपाठी, डा राघवेन्द्र दीक्षित, डा शैलेंद्र तिवारी, डा अभिषेक कुमार समेत अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा प्रेम लता ने किया। नए विद्यार्थियों ने विश्वविद्यालय में अब तक के अनुभव को साझा किया।